डिमांड ड्राफ्ट क्या है? इसका उपयोग, महत्व What is Demand Draft and Its Use in Hindi?

डिमांड ड्राफ्ट क्या है? इसका उपयोग, महत्व What is Demand Draft and Its Use in Hindi?

डिमांड ड्राफ्ट (Demand Draft) एक तरह का रुपयों के लेन देन में किया जाने वाला माध्यम है जिसका उपयोग रुपयों के भुगतान के लिए किया जाता है। ये बैंक में पैसे भेजने का सबसे आसन और पुराना तरीका है।

इसे हम डीडी (DD) भी कहते है। आज के आधुनिक समय में हम ऑनलाइन बैंकिंग जैसे NEFT, RTGS,  मोबाइल बैंकिंग करने लगे है लेकिन फिर भी इसकी उपयोगिता ख़त्म नही हुई है।

क्योकि आज भी सरकारी संस्थाएं अधिकतर डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से ही पैसों को भेजते है क्योकि इसमें कोई धोखाधड़ी की दिक्कत नही होती है। डिमांड ड्राफ्ट का इस्तेमाल चेक की तुलना में ज्यादा किया जाता है क्योकि अगर अकाउंट में पैसे नही होते तो चेक ख़ारिज हो जाता है लेकिन डिमांड ड्राफ्ट ख़ारिज नही होता है।

डिमांड ड्राफ्ट क्या है? इसका उपयोग, महत्व What is Demand Draft and Its Use in Hindi?

डिमांड ड्राफ्ट क्या है? What is Demand Draft DD?

डिमांड ड्राफ्ट एक तरह का Negotiable instrument है, जोकि बैंको के द्वारा पैसे लेकर एक ड्राफ्ट बनाया जाता है। ये डिमांड ड्राफ्ट, ड्राफ्ट बनवाने वाला भुगतान की जगह पर दे देता है।

ये ड्राफ्ट संस्था द्वारा लिए जाने के बाद बैंक में जमा किया जाता है और फिर बैंक के द्वारा पैसे संस्था के बैंक अकाउंट में आ जाते है। किसी भी ड्राफ्ट की बैधता चेक की तरह ही तीन महीने ही होती है। अगर लाभार्थी ड्राफ्ट को तीन महीने के बाद जमा करता है तो वो मान्य नही होगा।

डिमांड ड्राफ्ट बनवाने का तरीका क्या है? How to make Demand Draft?

डिमांड ड्राफ्ट को अगर हम आसन भाषा में समझे तो अगर आप को किसी संस्था की फीस जमा करनी है या और किसी जगह पर भुगतान करना चाहते है तो आप डिमांड ड्राफ्ट का उपयोग कर सकते है।

ये देखने में चेक की तरह ही होता है लेकिन इसमें कुछ बदलवा होते है। डिमांड ड्राफ्ट बनवाने के लिए हमें अपने बैंक में जाना होता है और वहां उनसे DD के बारे में कहना है, बैंक कर्मचारी आपको DD का फार्म देंगे और आपको उसमे अपने बैंक का जानकारी भरना होगा।

DD वाला फार्म भर कर जमा कर देने पर बैंक कर्मचारी आपको आपके अनुसार जितने पैसे का DD बनवाना है उतना पैसा जमा कर देंगे औए वो लोग आप को डिमांड ड्राफ्ट प्रिंट करके दे देंगे। आप उस DD को उसी व्यक्ति को दे सकते हैं जिसका नाम आपने उसमे लिखवाया हो।

डिमांड ड्राफ्ट बनवाने के लिए मुख्य निर्देश Main instructions for making demand draft

डिमांड ड्राफ्ट बनवाने के लिए कुछ मुख्य नियम –

  1. अपने बैंक में डिमांड ड्राफ्ट बनवाने के लिए पहले वहां से डिमांड ड्राफ्ट का फॉर्म ले और फिर उसमे अपने अपने detail को भर ले।
  2. आप को जितने रूपये का ड्राफ्ट बनवाना है आपको उतने रूपये बैंक को कैश देने होंगे और साथ में कुछ फीस भी देना होगा।
  3. यदि आप को 50000 से ज्यादा रूपये का ड्राफ्ट बनवाना है तो आपको अपना PAN कार्ड दिखाना और उसकी एक कॉपी जमा करना होता है।
  4. ड्राफ्ट बनवाने बैंक अपना शुल्क ले लेती है फिर आप को ड्राफ्ट प्रदान करती है।
  5. DD फॉर्म को जब आप जमा करने के कुछ ही समय पश्चात् बैंक वाले आपको डिमांड ड्राफ्ट प्रदान कर देंगे, और आप उसे अपने भुगतान के लिए उपयोग कर सकते है।

डिमांड ड्राफ्ट के फायदे Benefits of Demand Draft

डिमांड ड्राफ्ट के द्वारा पैसे भेजने के बहुत से लाभ है जोकि निचे दिए गए है-

  1. डिमांड ड्राफ्ट से कोई भी पेमेंट कभी भी रद्द नही होता है और लाभार्थी ड्राफ्ट को बैंक में जमा करके पैसे प्राप्त कर लेता है।
  2. जैसे आप कहीं यात्रा पर जाना चाहते और आप ज्यादा पैसे ले जाने से डरते है तो आप डिमांड ड्राफ्ट बनवा कर अपने साथ ले जा सकते है।
  3. बिना बैंक अकाउंट के भी आप डिमांड ड्राफ्ट बनवाकर अपना भुगतान आसानी से कर सकते है।

डिमांड ड्राफ्ट का शुल्क Demand Draft Fees

बैंक इस सुविधा को प्रदान करने के लिए अतिरिक्त शुल्क लेती है। सन 2007 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस सुविधा के लिए एक शुल्क निर्धारित तय था लेकिन समय समय पर इसका शुल्क बदलता रहता है। डिमांड ड्राफ्ट बनवाने का अलग अलग बैंको में अलग अलग शुल्क है।

डिमांड ड्राफ्ट की वैधता Demand Draft Validity

डिमांड ड्राफ्ट की वैधता चेक की तरह ही तीन महीने ही होता है और अगर लाभार्थी ड्राफ्ट को तीन महीने के बाद जमा करता है तो वो मान्य नही होगा। इस स्थिति में बैंक ड्राफ्ट को पुनः वैध कारने के लिए कहती है। इसके लिए आप को फिर से बैंक में जाना होगा और ड्राफ्ट को पुनः वैधता करवाना होगा।

ड्राफ्ट को रद्द करवाने का तरीका How to cancel demand draft?

ड्राफ्ट को रद्द करवाने के लिए आपको अपने बैंक में जाना होगा और उसे रद्द करवाने के लिए एक प्राथर्ना पत्र लिखना होगा। बैंक ड्राफ्ट को रद्द करने के लिए फिर से अपना कुछ शुल्क लेगी और उस ड्राफ्ट को रद्द कर देगी।

किसी ड्राफ्ट को रद्द करवाने के बाद लगभग 10 दिन के बाद आप का पैसा आपके अकाउंट में आ जायेगा। बहुत से बैंको में जब आप के ड्राफ्ट की विधता ख़त्म हो जाती है तो पैसे अपने आप ही आप के खाते में आ जाते है।

डिमांड ड्राफ्ट की कुछ प्रमुख बातें Some Important things about Demand Draft

  1. डिमांड  ड्राफ्ट बनवाने के लिए बैंक अकाउंट होना जरुरी नही है आप किसी भी बैंक से डिमांड ड्राफ्ट बनवा सकते है।
  2. 50000 से ज्यादा के ड्राफ्ट बनवाने के लिए PAN कार्ड जमा करना होता है।
  3. डिमांड ड्राफ्ट को चेक से कम्पेयर कर सकते है लेकिन डिमांड ड्राफ्ट कुछ मामलो में चेक से अलग होता है।
  4. DD को  Crossed Demand Draft  भी कहते है।

उपयोग Use

डिमांड ड्राफ्ट को हम बहुत से जगहों पर इस्तेमाल कर सकते है जैसे अपने कॉलेज के फीस भुगतान के लिए, किसी संस्था में पैसे भेजने के लिए, किसी सरकारी पैसे भेजने के लिए, यात्रा में साथ ले जा सकते है इत्यादि। इसके बावजूद और भी कई जगहों पर भी इसका उपयोग कर सकते है।

2 thoughts on “डिमांड ड्राफ्ट क्या है? इसका उपयोग, महत्व What is Demand Draft and Its Use in Hindi?”

Leave a Comment

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.