तितली पर निबंध व तथ्य Essay and Facts about Butterfly in Hindi

तितली पर निबंध व तथ्य Essay and Facts about Butterfly in Hindi

तितली, यह शब्द सुनकर ही मन खुश हो जाता है, कितना खूबसूरत जीव है। यह असल में एक कीट होती है पर बड़े-बड़े परो के साथ यह बहुत ही खूबसूरत लगते हैं, अलग-अलग रंगों के, अलग-अलग परो के आकार की, धारीदार तो कोई चित्तीदार, सभी मन मोहती हैं।

रूप रंग आकार चरित्र, सब कुछ अति प्रिय, अति सुंदर। ऐसा लगता है मानो प्रकृति की सबसे सुंदर संरचना बस यह जीव ही है। तितलियां पृथ्वी के किसी एक विशेष भाग में नहीं बल्कि पूरे विश्व भर में पाई जाती हैं। तितली के पर और पैरों पर हल्का रूआ और धूल जैसे कण होते हैं इसलिए जब भी आप किसी तितली को हाथ भी पकड़ते हैं तो वहीं धूल जैसे कण हमारे हाथों पर भी लग जाते हैं।

तितली पर निबंध व तथ्य Essay and Facts about Butterfly in Hindi

तितली एक ऐसा कीट है जो दिन के दौरान ज्यादा सक्रिय रहती है और वह ज्यादातर चटक रंगों की होती है, परो पर अलग-अलग आकृतियां बनी होती हो सकती हैं जैसे धारियां, बिंदु, गोलाकार, आकृतियां आदि। तितलियां पेड़ पौधों से अपना भोजन प्राप्त करती हैं अथवा पेड़ों के पत्तो को खा कर अपना जीवन व्यापन करती है।

तितली के जीवन चक्र में चार चरण होते हैं – अंडा, लारवा, कैटरपिलर और व्यस्क तितली। तितलियां मैटामोरफ़ोसिस की प्रक्रिया से गुजर कर एक अंडे से व्यस्त तितली बनने का सफर तय करती है।

तितली का जीवन चक्र Life Cycle of Butterfly in hindi

यह सब तब शुरू होता है जब एक मादा तितली अंडे देती है या तो पत्तों पर या पेड़ों की टहनियों पर, इनके अंदर ही कैटरपिलर बढ़ते हैं, बड़े होते हैं। तितलियों की अलग-अलग प्रजातियों के अनुसार अंडे विभिन्न रंग रूप और आकार के हो सकते हैं। अंडों के फूटने का समय भी अलग-अलग प्रजातियों के अनुसार अलग हो सकता है।

कुछ हफ्तों में अंडे फूट जाते हैं, गर्मियों का मौसम ज्यादा भाता है अथवा अंडे जल्दी फूटते हैं। कैटरपिलर अंडों से निकलकर बाहर आते हैं समय पूरा होने पर और विशेषज्ञ बताते हैं कि कैटरपिलर की खुराक काफी अच्छी होती है और वह अंडों से बाहर आते ही पत्तों को खाना शुरू कर देते हैं। इस चरण के दौरान कैटरपिलर अपनी त्वचा चार से पांच बार झड़ते हैं और लगातार आकार में बढ़ते रहते हैं।

आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि व्यस्क कैटरपिलर का आकार अंडे से निकले हुए कैटरपिलर के आकार का 100 गुना हो सकते हैं पूरी तरह बढ़ जाने के बाद। कैटरपिलर प्यूपा में बदल जाते हैं, प्यूपा एक प्रकार का कवच होता है जिसके अंदर कैटरपिलर का और अधिक शारीरिक विकास होना होता है और वह व्यस्त तितली में बदलता है।

यह कवच अंदर बंद कैटरपिलर को अन्य कीड़ों से सुरक्षा प्रदान करता है। यह चरण भी कई दिनों से लेकर कई हफ्तों तक हो सकता है। विभिन्न प्रजाति के अनुसार समय के साथ-साथ प्यूपा के बाहरी सतह पर भी एक और मजबूत कवच आ जाता है जो कि जंगली जानवर और खराब मौसम से सुरक्षा प्रदान करता है।

प्यूपा के भीतर कैटरपिलर की कोशिका, भुजाओं और अंगों में बदलाव होता है ताकि वह व्यस्क तितली बन सके। एक व्यस्क तितली का शरीर पूर्ण रूप से बन जाता है और तितली बाहर आ जाती है। शुरुआत में तितली के पर बाकी शरीर के मुकाबले ज्यादा नाजुक होते हैं।

इसके उपरांत तितली हेमोलिम्फ नाम का द्रव्य निकालती है, इस पदार्थ द्वारा तितली के पंख बड़े और मजबूत हो जाते हैं। परो का पूर्ण विकास होने के बाद तितली हवा में अपनी उड़ान भरती है अथवा अपने नर या मादा साथी को ढूंढने निकल जाती है।

तितली बेहद आकर्षक जीव है और हम सभी अपने घरों के आसपास अथवा बगीचों में तितलियां देखना पसंद करते है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए तितलियों की बढ़त कराई जाती है जिसे बटरफ्लाई गार्डनिंग कहा जाता है, यह काफी चीजों पर निर्भर करती है।

सबसे अहम है यह दो बिंदु:  

  • सही फूलों का लगाना
  • कीटनाशक तत्वों का इस्तेमाल ना करना

आपका बगीचा किस क्षेत्र, किस इलाके में है, वहां की आबोहवा कैसी है, मौसम कैसा है, वातावरण कैसा है, इन सब बातों पर भी निर्भर करता है कि कितनी तितलियाँ आपके बगीचे में आएंगीं।

तितलियों के शरीर के लिए ज्यादा धूप वाली जगह अधिक अनुकूल होती हैं, इसका सीधा मतलब यह है कि तितलियां गर्म क्षेत्रों में रहना पसंद करती हैं अथवा इसी के साथ यह तथ्य भी है कि ज्यादा बड़े ठंडे मौसम में तितलियां उड़ भी नहीं पाती हैं।

इन सब रोचक जानकारी के बाद, दुखद खबर यह है कि तितलियों की जनसंख्या एवं प्रजातियों में पिछले 40 वर्षों में 40% की गिरावट आई है। विशेषज्ञ बताते हैं कि आज से 30 साल पहले जितनी तितलियां हमारे भूमंडल में थी आज के युग में नहीं है और यह सब हमारे किए हुए विनाश का परिणाम है।

अत्यधिक कीटनाशकों के उपयोग एवं वातावरण में ग्लोबल वॉर्मिंग द्वारा आए बदलावों से संख्या कम होती जा रही है। अर्थात हमें कुछ ना कुछ करना ही होगा ताकि इस खूबसूरत जीव को लुप्त होने से बचा सके और ऐसा हम कर सकते हैं, बस अपनी छोटी-छोटी कोशिशों के साथ।

तितलियों के बारे में 15 तथ्य Amazing facts about Butterfly

◆ ज्यादातर तितलियां अपना भोजन फूलों से प्राप्त करती हैं।

◆ तितलियों के पैरों में स्वाद को रखने की क्षमता होती है।

◆ वैज्ञानिकों ने अनुमान लगाया है कि हमारे वातावरण में तितलियों की 15000 से 20000 तक की प्रजातियां पाई जाती है।

◆ मोनार्क नाम की तितलियां लंबे भ्रमण एवं पलायन के लिए जानी जाती हैं तथा हर साल वह 4000 किलोमीटर तक की दूरी तय करती है।

◆ तितलियों के चार पैर होते हैं।

◆तितलियां अपना जीवन चक्र पूरा करने में कई हफ्तों से लेकर पूरा 1 साल भी ले सकती हैं समय सीमा प्रजाति पर निर्भर करती है।

◆ व्यस्क तितली अपनी पहली उड़ान से पहले थोड़ा समय लेती है अपने पैरों में खून के संचालन को बढ़ाती है और फिर उड़ती है।

◆विकसित कैटरपिलर अपने आप को पत्ते या डाली से चिपका कर रखते हैं।

◆ज्यादातर कैटरपिलर शाकाहारी होते हैं पेड़ों पर भोज करते हैं।

◆तितलियां अपने अंडों को पत्तों से एक विशेष चिपकने वाले पदार्थ के द्वारा चिपका कर रखती हैं।

◆तितलियों का आकार आधा इंच से लेकर 12 इंच तक हो सकता है।

◆ तितलियां मुख्य रूप से 3 रंगों को देख सकती हैं लाल हरा पीला।

◆तितलियों के उड़ने की गति 12 मील प्रति घंटा से लेकर 25 मील प्रति घंटा तक हो सकती है।

◆अगर तितली के शरीर का तापमान 6 डिग्री से कम है तो इतनी अपनी उड़ान नहीं भर पाएगी।

◆ पृथ्वी पर सिर्फ अंटार्कटिका ही ऐसी जगह है जहां तितलियां नहीं पाई जाती है।

◆ तितलियों का कंकाल उनके शरीर मैं बाहर की तरफ होता है ताकि शरीर सुखे ना।

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