ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है पर निबंध Essay on Honesty is The Best Policy in Hindi

इस लेख में ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है पर निबंध (Essay on Honesty is The Best Policy in Hindi) को आसान भाषा में बताया गया है। इसमें ईमानदारी की परिभाषा, महत्व, लाभ और अंत में इमानदारी पर सुविचारों को भी शामिल किया गया है।

ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है पर निबंध Essay on Honesty is The Best Policy in Hindi

जीवन में किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिए तीन चीज की सबसे ज्यादा जरूरत होती है, जिनमें मेहनत, समझदारी और इमानदारी का समावेश होता है।

ईमानदारी क्या होता है? What is Honesty in Hindi

वास्तव में देखा जाए तो इमानदारी एक अति अनमोल आभूषण की भांति होता है। इसे देखा या महसूस तो नहीं किया जा सकता, लेकिन यदि ईमानदारी को जीवन में उतार लिया जाए तो जीवन बहुत खुशहाल हो जाएगा।

इमानदारी वास्तव में एक उच्चतम चरित्र के संस्कार और गुण की एक शाखा स्वरूप है। यह एक ऐसी अनोखी कला है, जिसे सीखने के बाद व्यक्ति अपने लक्ष्य के चरम सीमा को भी आसानी से छू सकता है।

हम सभी ने बचपन में यह कहावत तो जरूर सुनी होगी, कि ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति होती है। वास्तविकता में शत-प्रतिशत कामयाबी की पहली सीढ़ी इमानदारी ही  होती है।

इमानदारी न केवल हमें जीवन में ऊंचाइयों तक पहुंचाती है, बल्कि जीवन के दूसरे छोर में आध्यात्मिकता से भी जोड़ती है। अक्सर लोगों को यह गलतफहमी हो जाती है, कि इमानदारी का अर्थ केवल सत्य बोलना होता है। लेकिन ईमानदारी एक ऐसा शब्द है, जो केवल एक नहीं बल्कि बहुत सारे शाखाओं से जुड़ा हुआ है।

इसका अर्थ केवल एक व्यक्ति विशेष अथवा समाज के लिए वफादार होना मात्र नहीं होता है। इसका असली मतलब यह होता है, कि लोगों के साथ-साथ स्वयं के लिए भी पूरी इमानदारी होनी चाहिए।

स्वयं के लिए ईमानदारी से तात्पर्य यह है कि जिस कार्य, विचार, लक्ष्य इत्यादि को आपने पूरा करने का निश्चय किया है उसे बिना किसी टालमटोल के उचित समय पर पूरा किया जाए।

आज के समय में लोग केवल अपना स्वार्थ साधने में ही व्यस्त रहते हैं, भले ही वह उचित तरीके से किया जाए या अनुचित। आज के बनावटी लोग इमानदारी जैसे सर्वश्रेष्ठ गुणों का कोई महत्व नहीं समझते हैं। यह वास्तविकता है कि आज का समाज झूठ और फरेब के आधार पर चल रहा है। 

बेईमान और मक्कार लोग बहुत जल्दी अपने लक्ष्य को प्राप्त कर लेते हैं। वहीं दूसरी ओर एक ईमानदार और सच्चा व्यक्ति जीवन भर दुखों को झेलता रहता है और कई ठोकरो के बाद भी सफलता हाथ नहीं लगती है।

ईमानदारी इंसानियत की निशानी है। सत्य बोलकर और सच्चाई के मार्ग पर चलकर भले ही रास्ते में कई कांटो का सामना करना पड़ता है, लेकिन उसके पश्चात जीत भी शानदार मिलती है जो पूरे जीवन के लिए होती है। बेईमानी का सहारा लेने वाले लोगों को सफलता मिलती तो जरूर है, किंतु वह दीर्घकालीन नहीं होती है।

ईमानदारी का महत्व Importance of Honesty in Hindi

दुनिया के प्रत्येक धर्म अथवा मजहब  में इमानदारी का बहुत महत्व बताया जाता है। किसी भी रिश्ते की नीव इमानदारी से ही प्रारंभ होती है। हमारे संबंध जिन लोगों के संग होते हैं, उनके प्रति पूर्ण रूप से समर्पित होने की भावना ईमानदारी है।

ऐसा कहा जा सकता है कि बेईमानी के आधार पर बनाए गए रिश्ते कभी भी अधिक समय तक टिक नहीं पाते हैं। लोगों के बीच विश्वास और भावनात्मक लगाव ही किसी भी रिश्ते को कायम रखता है।

यह सत्य है कि कर्म फल के सिद्धांत से कोई भी अछूता नहीं रहता है। आसान शब्दों में कहा जाए, तो जो जैसा कार्य करता है, उसका परिणाम भी उसे भुगतना ही पड़ता है।

अगर कोई व्यक्ति झूठ का सहारा लेकर दूसरों से ठगी करता है तो निश्चित ही उसके साथ भी ऐसा ही होगा। इमानदारी के प्रदर्शन से कई दुख झेलना पड़ता है, किंतु उन दुखों का अंत बहुत अधिक सकारात्मक होता है।

जो व्यक्ति दूसरों को बेवकूफ बनाता हो, भला उस पर कोई कैसे विश्वास करेगा। संकट की घड़ी में ऐसे लोगों को कोई नहीं पूछता है, जो जीवन भर दूसरों को मूर्ख बनाते आए हों और बेईमानी के आधार पर अपना स्वार्थ पूरा करते हो।

वही दूसरी ओर यदि कोई वफादार और नेक दिल का इंसान किसी परेशानी में होता है, तो उसकी सहायता करने के लिए हर कोई आगे आता है।

अगर हर किसी के अंदर इमानदारी की भावना विकसित हो जाए तो देश में पनप रहे विभिन्न भ्रष्टाचार और गरीब लोगों का शोषण रोका जा सकता है। खासकर हमारे देश के छोटे बड़े नेताओं अथवा मंत्रियों में अगर अपनी जनता के लिए वास्तव में ईमानदारी आ जाए तो कुछ समय में ही देश को विकासशील से विकसित रूप दिया जा सकता है।

एक वैज्ञानिक शोध के मुताबिक जब कोई व्यक्ति झूठ बोलता है, तो उसका आत्मविश्वास कई गुना तक घट जाता है। क्योंकि आत्मविश्वास का सफलता से सीधा लेनदेन होता है, इसीलिए अपने विश्वास को और मजबूत करने के लिए ईमानदार होना अति आवश्यक है।

ईमानदारी के लाभ Benefits of Honesty in Hindi

‘झूठ’ सुनने में तो यह बहुत छोटा सा शब्द होता है, किंतु  केवल एक झूठ बोलने के कारण हम बहुत बड़ी मुसीबत में पड़ सकते हैं। इतना ही नहीं जब इंसान कोई ऐसा कार्य करता है, जो उसकी प्रकृति में है ही नहीं तो उसके बाद आत्मग्लानि होना निश्चित है। आत्मग्लानि के कारण जीवन में बहुत सारी परेशानियां जन्म लेने लगती हैं।

ईमानदारी का सबसे अच्छा लाभ यह होता है, कि सत्य की राह पर चलने से हमें कभी भी आत्मग्लानि अथवा पछतावा का सामना नहीं करना पड़ता, जिससे जीवन में कभी भी मानसिक अवसाद और दुख हमें परेशान नहीं करता है।

एक ईमानदार व्यक्ति को हर कोई पसंद करता है। ऐसे लोग जो कभी भी सत्य की राह से विचलित नहीं होते हैं, वह समाज के हर कोने में इज्जत और सम्मान के हकदार होते हैं। 

जो लोग अपने काम के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित होते हैं अथवा वे अपने काम के लिए वफादार होते हैं, ऐसे लोग सफलता को बहुत जल्दी प्राप्त कर लेते हैं।

ईमानदार होना एक अच्छे चरित्र की निशानी है। भले ही बेईमानी करके लाखों सुख-सुविधाओं को इकट्ठा किया जाए, लेकिन उससे जीवन में सुख शांति नहीं रहती है। इमानदारी से कमाया गया सूखी रोटी भी मन में तृप्ति और शांति का अनुभव कराती है।

सफलता के लिए ईमानदारी है जरूरी Honesty is Essential for Success in Hindi

आज तक जितने भी सफल लोग हुए हैं, वे हमेशा अपने काम के प्रति ईमानदार रहते थे। यह साधारण सी बात है कि बिना पूरे मन से प्रयास किए कुछ भी हासिल नहीं होता है।

इमानदारी हमें जीवन में उचित मार्ग पर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहन देती है और साथ ही हमारे सभी नैतिक मूल्यों को जस के तस बनाए रखने में सहायता करती है।

यह आम बात है कि सफलता को पाने के लिए बहुत मेहनत अथवा संघर्ष करना पड़ता है तभी समाज में व्यक्ति को प्रतिष्ठा प्राप्त होती है। सफलता पाने के लिए स्वयं पर विश्वास और आत्म सम्मान होना बहुत जरूरी है और वह तभी संभव हो पाएगा जब व्यक्ति के नैतिक मूल्यों में ईमानदारी का भी समावेश हो।

सफलता को प्राप्त करने का केवल एक मात्र उपाय कर्म निष्ठा और वफादारी है। जब एक इमानदार इंसान सैकड़ों परेशानियों के आगे भी सिर ना झुकाए तो वह पूरे समाज को बदलने की ताकत रखता है।

सच्चाई के रास्ते पर चलने वाले ईमानदार लोग अंदर से बहुत साहसी होते हैं। ऐसे लोग किसी भी परेशानी से निपटने में माहिर होते हैं। जब ऐसे लोग अपनी कमियों को सुधार कर आगे बढ़ने का साहस करते हैं तब उनके सामने सफलता की सीढ़ी धीरे-धीरे खुलने लगती है।

ईमानदारी को अपने जीवन शैली में कैसे लाएं? How to Bring Honesty into your Lifestyle in Hindi

किसी भी संस्कार अथवा विचारों का महत्व तब तक नहीं होता, जब तक उन्हें अपने जीवन शैली में उतारा ना जाए। ईमानदारी के सैकड़ों लाभ हैं, लेकिन सच्चाई के मार्ग पर चलने के लिए बहुत साहस की आवश्यकता होती है। हालांकि कई बार प्रयास करने के पश्चात जीवन में ऐसे अनमोल गुणों को विकसित किया जा सकता है।

अपने जीवन शैली में ईमानदारी को लाने के लिए सबसे पहले आपको विचार करना चाहिए की ईमानदारी को जीवन में अपनाने के बाद क्या परिवर्तन आ सकते हैं। क्योंकि मानव की ऐसी प्रकृति होती है, कि जिस कार्य के परिणाम में उसे कोई मुनाफा नहीं दिखता वैसा कार्य उसके लिए मायने भी नहीं रखता है।

किसी भी बड़े काम की शुरुआत बहुत छोटे स्तर पर की जानी चाहिए। सबसे पहले ईमानदारी की भावना विकसित करने के लिए आपको झूठ बोलना बंद करना होगा। हालांकि ऐसा करना बहुत कठिन काम होता है, इसीलिए कोशिश करनी चाहिए कि दूसरों के हित के लिए ही कम से कम झूठ का सहारा लिया जाए।

कोशिश करें कि आपके दिनचर्या में जितने कार्य आपको दिए जाए उन्हें बखूबी निभाया जाए। इसके अलावा अन्यथा की गतिविधियां को कम करके ऐसे कार्य जो आपके भविष्य को सुधार सकें उसे करने में इमानदार बना जाए। 

ईमानदारी पर 5 बेस्ट कोटस 5 Best Quotes on Honesty in Hindi

  1. यदि तुम्हारा हृदय ईमान से भरा है, तो एक शत्रु क्या पूरा संसार भी तुम्हारे सम्मुख हथियार डाल देगा। –   विवेकानंद
  1. ज्ञान के पुस्तक में ईमानदारी पहला अध्याय है। –  थॉमस जेफरसन
  1. जो छोटे मामलों में सच्चाई नहीं बताता, उस पर महत्वपूर्ण मामलों पर भरोसा नहीं किया जा सकता है।  – अल्बर्ट आइंस्टीन
  1. मैं जीतने के लिए बाध्य नहीं हूं, लेकिन मैं सच बोलने के लिए बाध्य हूं। मैं सफल नहीं हो सकता, लेकिन मैं बोल सकता हूँ कि मेरे पास ईमानदारी है। अब्राहम लिंकन
  1. दूसरों के साथ बेईमानी करके खुद के लिए ईमानदारी की आशा नहीं करनी चाहिए। – पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य

ईमानदारी पर छोटी कहानी Short Story on The Honesty

एक बार मोहन नाम का लड़का एक बड़ी सी कंपनी में साफ-सफाई का काम किया करता था। कंपनी के कर्मचारी उसे बहुत परेशान किया करते थे। साथ ही उससे अपना काम भी करवा लेते थे। लेकिन मोहन बहुत ही नेक दिल का था, इसीलिए वह उन लोगों की बातों का बुरा नहीं मानता था।

मोहन ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था, लेकिन वह इतने साल काम करने के बाद कंपनी के कामकाज के बारे में अच्छे से समझ चुका था। उस कंपनी के मालिक को मोहन की यह खासियत नहीं पता थी। कंपनी के मालिक ने काम ज्यादा होने के कारण एक दिन देर से घर जाने का निश्चय किया।

सभी लोग अपना कामकाज निपटा कर वहां से घर के लिए निकलने लगे। मोहन जो उस कंपनी में सफाई कर्मी का काम करता था वह भी अब घर के लिए निकल ही रहा था, कि उसने देखा ऑफिस के सभी पंखे चालू थे। बिजली को इस प्रकार बर्बाद होता देख उसने एक-एक करके सभी पंखे और लाइट्स को बंद कर दिया।

जब मोहन सीढ़ियों से उतर कर नीचे वाले तल्ले पर पहुंचा तो वहां भी सभी पंखे और लाइट चालू थे, उसने वे सभी एक एक करके बंद कर दिया। जिस सीसीटीवी कैमरे के जरिए कंपनी का मालिक अपने सभी कर्मचारियों पर नजर रखता था, उससे वह सब देख रहा था।

मालिक को मोहन के इमानदारी को देखकर बहुत आश्चर्य हुआ और बहुत खुश भी हुआ। अगले दिन जब मोहन कंपनी में काम करने के लिए पहुंचा तो वहां के मालिक ने उसे सारी बात बताई और सम्मानित किया और साथ ही उसे एक कर्मचारी के रूप में रख लिया।

निष्कर्ष

इस लेख में आपने हिंदी में ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है पर निबंध Essay on Honesty is The Best Policy in Hindiपढ़ा। आशा है कि यह निबंध आपको जानकारी से भरपूर लगा होगा। यदि आपको यह लेख पसंद आया हो तो शेयर जरूर करें।

1 thought on “ईमानदारी सर्वश्रेष्ठ नीति है पर निबंध Essay on Honesty is The Best Policy in Hindi”

  1. apne jo kahani likha hai apne blog me padh kar bahut acha laga.bachpan me mai bahut si choti choti kahaniya padhne me samay deta tha, aj bhi jab thora sa samy mil jata hai tab wahi bachpan wali kahaniya ek baar padh leta hu,

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