व्यवसाय या कैरियर पर निबंध Essay on Career in Hindi

व्यवसाय या कैरियर पर निबंध Essay on Career in Hindi

किसी भी व्यक्ति के जीवन में उसका कैरियर (व्यवसाय) बहुत अहम रोल निभाता है। व्यक्ति के अंदर जैसी योग्यता होती है वैसा ही व्यवसाय वो अपनाता है। व्यवसाय अपनाकर ही हम धनार्जन करते है, पैसा कमाते है। कोई भी व्यक्ति बिना पैसा कमाये जीवन नही चला सकता है।

धन हमारे जीवन की एक वास्तविकता है। माँ-बाप अपने बच्चो को अच्छी शिक्षा देते है जिससे वो आगे चलकर कोई बड़ा अधिकारी, बैंक कर्मी, आईएएस IAS, पीसीएस PCS, इंजीनियर, डॉक्टर, वकील बन सके और अपना स्वर्णिम भविष्य बना सके।

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व्यवसाय या कैरियर पर निबंध Essay on Career in Hindi

सही कैरियर कैसे चुने? How to decide and choose right career in hindi?

सही कैरियर का चुनाव एक बड़ी चुनौती होती है। कई बार हम गलत कैरियर का चुनाव कर लेते है जिससे बाद में समय और पैसा दोनों नष्ट होता है। बाद में बहुत पछताना पड़ता है। इसलिए आज हम आपको कुछ जबर्दस्त टिप्स देंगे जिससे आपको सही पेशा चुनने में कोई दिक्कत न हो।

रूचि के अनुसार ही कैरियर का चुनाव करे Choose career as per your interest

जिस तरह एक शिक्षक को पढ़ाना बहुत पसंद होता है, एक डॉक्टर को दवाओं, रोगों में दिलचस्पी होती है, एक नर्स को मरीजो की सेवा करना पसंद होता है, एक पुलिसवाले को अपराधी को पकड़ना पसंद होता है उसी तरह अलग अलग लोगो में अलग अलग तरह की रूचि होती है।

छात्र छात्राओं को वही पेशा अपनाना चाहिये जिसमे उनका दिल लगता है। अगर आपने कोई ऐसा पेशा अपना लिया जिसमे आपको मजा नही आ रहा है तो कुछ ही महीने में आपको ऊबन, बोरियत लगने लग जायेगी और आप खुद ही वो काम छोड़ दोगे। इसलिए सदैव वही पेशा चुनना चाहिये जिसमे दिल लगता हो।

जिन छात्रों को राजनीति में गहन दिलचस्पी होती है वो राजनीति में अपना कैरियर बनाते है। ठीक इसी तरह एक्टर्स (अभिनेता) को एक्टिंग में रूचि होती है तो वो उसी पेशे को अपनाते है। एक फिल्म डाइरेक्टर को फिल्म के निर्देशन में बहुत रूचि होती है इसलिए वह उसी पेशे को अपनाता है। रूचि ही सब कुछ है।

क्या आपको उस पेशे या काम में मजा आता है? Do you enjoy that profession or work?

अगर आप इस उधेड़बुन में लगे है की क्या करे, कौन सा करियर अपनाये तो हम आपको बतायेंगे एक जबर्दस्त ट्रिक। आप खुद से पूछे कि आपको किस काम में मजा आता है? उदाहरण के तौर पर एक वकील को कानून, अपराध की धाराओं में बहुत रूचि होती है। उसे मुकदमा लड़ना बहुत पसंद होता है। दोषी को सजा दिलाने और निर्दोष को बचाने की भूख होती है।

जज के सामने दलील देने, जिराह करने की काबिलियत होती है। एक वकील को इन सभी कामो को करने में बहुत मजा आता है। उसके लिए यह काम बहुत ही रोचक और आसान होता है। यही नियम प्रत्येक क्षेत्र में लागू होता है। आप उसी क्षेत्र में कामयाब होंगे जिसमे आपको मजा आएगा। इसलिए खुद से सवाल करे की आपको किस काम में मजा मिलता है।

अलग-अलग लोगो में अलग योग्यता होती है Different people have different qualifications

हर व्यक्ति हर काम को नही कर सकता है। अगर आपको विज्ञान, बीमारियों और दवाओं का ज्ञान नही है तो आप डॉक्टर नही बन सकते। अगर आपको एकाउंटिंग और कॉमर्स की जानकारी नही है तो एकाउंटेंट नही बन सकते है। यदि बैंकिंग की जानकारी नही है तो एक सफल बैंक कर्मी आप नही बन पायेंगे। एक शिक्षक को अगर विषयों का गहरा ज्ञान नही है तो वह कभी सफल शिक्षक नही बन पायेगा।

इसलिए किसी भी छात्र छात्रा को वही कैरियर चुनना चाहिये जिसमे उनको ज्ञान और जानकारी हो। मूलभूत योग्यता न होने पर व्यक्ति उस काम में असफल हो जाता है जिससे उसको बहुत पछतावा होता है। समाज, रिश्तेदार और दोस्त भी मजाक बनाते है।

काउंसलर से परामर्श ले Consult a counselor

आजकल कई सरकारी और प्राइवेट सस्थायें कैरियर काउंसलिंग देती है। वो छात्रों की योग्यताओ का अवलोकन करके सलाह देती है किस क्षेत्र में उनको अपना कैरियर बनाना चाहिये। इससे काफी मदद मिलती है। एप्टीट्यूद टेस्ट Aptitude Test के द्वारा हम आसानी से किसी छात्र के रुझान के बारे में पता कर सकते है। उसके आधार पर ही काउंसलर परामर्श देते है।

उदाहरण के तौर पर जो छात्र आई आई टी IIT, इंजीनियरिंग की तैयारी करना चाहते है उनका एप्टीट्यूद टेस्ट होता है। अगर उसके कम नम्बर आते है तो इससे पता चलता है कि उसके अंदर पर्याप्त योग्यता और रुझान नही है। जो छात्र प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहते है उनका भी एप्टीट्यूद टेस्ट लिया जाता है। ऑनलाइन काउंसलिंग भी आजकल काफी प्रसिद्द हो गयी है।

विषय में मार्क्स (नम्बर) से अपना रुझान और दिलचस्पी जान सकते है Know your trends and interest in that topic according to marks

कई बार छात्र बहुत असमंजस में रहते है। वो यह फैसला नही कर पाते है की उनको कौन सा पाठ्यक्रम चुनना चाहिये। ऐसे में आपकी मदद मार्क्स, नम्बर कर सकते है। जिस विषय में विद्यार्थी की रूचि होती है उसमे उसके नम्बर अधिक होते है। यही से विद्दार्थी अपना पाठ्यक्रम का चुनाव कर सकते है। उदाहरण के तौर पर यदि 12 वीं में बायोलोजी में अच्छे नम्बर है तो डॉक्टरी, NEET, CPMT, फार्मेसी जैसे कोर्स का चुनाव कर सकते हैं।

यदि 12वीं में भौतिक विज्ञान, गणित, रसायन विज्ञान में अच्छे नम्बर है तो इंजीनियरिंग कोर्स, IIT, पॉटेक्निक, आईटीआई ITI, जैसे कोर्स का चुनाव कर सकते है। यदि कॉमर्स (वाणिज्य) में अच्छे नम्बर है तो चार्टर्ड अकाउंटेंट CA जैसे कोर्स का चुनाव कर सकते है।

दोस्तों को देखकर पाठ्यक्रम का चुनाव न करें Do not choose courses by looking at your friends

अक्सर विद्दार्थी अपने दोस्तों को देखकर वही पाठ्यक्रम चुन लेते है। पर ऐसा करना बिलकुल गलत है। हो सकता है कि आपके दोस्त में उस कोर्स को करने की योग्यता और रूचि हो, पर आपके अंदर न हो।

ट्रेंड को देखकर कैरियर का चुनाव करे Choose a career by looking at trends

किस कोर्स को करने से कैसी नौकरी मिलेगी इसका पता पहले की कर लें। आजकल मैनेजमेंट, सॉफ्टवेर इंजीनियरिंग, आईटी IT, बैंकिंग, आर्किटेक्ट, रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे कोर्स का काफी क्रेज है।

फैशन में दिलचस्पी लेने वाले छात्र फैशन डिजाइनिंग चुन सकते हैं। पारम्परिक रूप से शॉर्टहैंड, स्टेनोग्राफर, सिविल सेवा, सेक्टर, डॉक्टरी, इंजीनियरिंग, वकालत, शिक्षक का क्रेज बना हुआ है।

स्वरोजगार भी अच्छा विकल्प है Self employment is also a good option

आजकल यह ट्रेंड बहुत चल गया है। योग्य लोग दूसरे की नौकरी नही करना चाहते है। वो खुद का व्यवसाय शुरू करते है और इस तरह दूसरे लोगो को अपने पास नौकरी पर रखते है। यह एक बहुत ही अच्छी सोच है।

पर खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए आपके अंदर बिजनेस करने की योग्यता होनी चाहिये। आपके अंदर व्यापार करने की नजर और परख होनी चाहिये। कोई भी नये व्यवसाय में हानि भी हो सकती है और लाभ भी।

आज जिस तरह से हमारा देश 125 करोड़ की जनसंख्या को पार कर गया है देश में नौकरी करने वालो की भीड़ हो गयी है। अब कोई भी सरकारी नौकरी का फ़ार्म आने पर लाखो की संख्या में लोग फॉर्म भरते है, इससे पता चलता है कि देश में बेरोजगारी बहुत बढ़ गयी है। इसलिए आज के युवाओं को स्वरोजगार को अपनाना चाहिये जिससे वो खुद को नौकरी दे सके और बाहर के लोगो को भी रोजगार मिल सके।

हमारे देश के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी जी भी स्वरोजगार को बढ़ावा दे रहे है। युवाओं को बिना किसी बैंक गारंटी के कर्ज दिया जा रहा है। महिलाये लोन लेकर ब्यूटी पार्लर, अगरबत्ती, रेशम, मोमबत्ती, आचार, पापड़ जैसे कुटीर उद्द्योग कर रही है।

सही कैरियर के फायदे Advantages of Right Career selection in Hindi

  • रोजगार मिलता है, बेरोजगारी खत्म होती है
  • समय और धन की बचत होती है
  • व्यक्ति का जीवन स्तर सुधरता है
  • देश में बेरोजगारी की समस्या खत्म होती है
  • व्यक्ति साधन सम्पन्न और समृद्ध होता है
  • अपना और परिवार का भरण पोषण करने में सक्षम हो जाता है

गलत कैरियर चुनने से हानियाँ Disadvantages of Wrong Career selection in Hindi

  • समय और धन दोनों नष्ट होता है
  • बेरोजगार ही बना रहता है
  • उम्र बीतती जाती है, व्यक्ति के जीवन में कोई सुधार नही होता
  • समाज में हँसी का पात्र बनता है
  • बेरोजगार होने की वजह से व्यक्ति के पास धन का आभाव होता है
  • विवाह विलम्ब से होता है क्यूंकि आजकल बेरोजगार व्यक्ति से कोई विवाह नही करना चाहता
  • व्यक्ति की व्यक्तिगत जिन्दगी बुरी तरह प्रभावित होती है। उसकी अर्थव्यवस्था टूट जाती है
  • गलत कैरियर चुनने से बाद में बहुत पछताना पड़ता है

निष्कर्ष Conclusion

हर छात्र छात्रा या व्यक्ति को अपना कैरियर (पेशा) चुनने की पूरी आजादी है पर हमे वही पेशा चुनना चाहिये जिसकी योग्यता हमारे अंदर हो। हमे कभी भी ऐसा पेशा नही अपनाना चाहिये जिसमे हमे रूचि न हो। याद रखिये कि आपको अपना पेशा जीवनपर्यन्त करना पड़ता है।

आप उस काम को जीवन भर तभी कर पायेंगे जब आपको उसे करने में मजा आयेगा। सही कैरियर का चुनाव करने के लिए हमने आपको कुछ जबर्दस्त टिप्स बताई है। आपको लेख कैसा लगा, हमे बतायें। अगर आप कुछ पूछना चाहते है तो कमेन्ट करके पूछे।

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