शिव खेड़ा की जीवनी विचार पुस्तकें Shiv Khera Biography Quotes Books in Hindi

इस लेख में आप शिव खेड़ा की जीवनी Shiv Khera Biography Quotes Books in Hindi पढ़ेंगे। इसमें आप शिव खेड़ा का प्रारंभिक जीवन, शिक्षा, करिअर, किताबें, सुविचार, के विषय में पढ़ सकते हैं।

शिव खेड़ा की जीवनी विचार पुस्तकें Shiv Khera Biography Quotes Books in Hindi

शिव खेड़ा, वह आदमी जो अपनी अविश्वसनीय सकारात्मक सोच और लेखन कौशल के माध्यम से दुनिया में कई लोगों की जिंदगी बदल चुके है। वह अपनी किताबों के माध्यम से व्यक्तियों को प्रेरित करने वाले एक लोकप्रिय लेखक है।

एक व्यक्ति जो उनकी नकारात्मक सोच, वह दूसरों की बातों द्वारा कभी भी विचलित नहीं हो सकता है। उनके पास ट्विटर पर भी बड़ी संख्या में अनुयायी हैं। दैनिक आधार पर इंटरनेट पर शिव खेड़ा की जीवनी के बारे में आज लाखों खोज का रहे हैं।

इन दिनों, वह दुनिया भर के लोगों के लिए प्रेरक सभाएं दे रहे है। शिव खेड़ा के प्रशंसक और अनुयायी उनसे मिलने के लिए आज बेचेन हैं। वह एक अजेय आदमी है।

जीवन के प्रति उनकी नकारात्मक सोच और अद्भुत दृष्टिकोण है। वह बहुत से लोगों को आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करते है और उन्हें अपनी वास्तविक क्षमता का एहसास भी दिलाते है।

प्रारंभिक जीवन और शिक्षा Early Life and Education

उनका जन्म झारखंड, बिहार, भारत में हुआ था। उन्होंने बिहार के झारखंड धनबाद जिले के सरकारी स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की थी। शिव खेड़ा के जन्म की तारीख 23 अगस्त, 1961 है और उनके जन्मदिन पर  वह कहीं नहीं जाते है।

वह अपना पूरा दिन अपने परिवार के सदस्यों के साथ बिताना पसंद करते है। उनकी ऊंचाई 5 फीट 10 इंच है। उनका वजन 85 किलोग्राम है। उनकी आँखें काली है और बाल काले सफ़ेद है। उनकी राशि कन्या है।

शिव खेड़ा एक व्यावसायिक पारिवारिक पृष्ठभूमि से संबंधित है। उनके पिता एक व्यापारी थे और उनकी मां एक गृहिणी थीं। उनके पिता कोयले की खानों का कारोबार करते थे लेकिन कोयले की खानों के राष्ट्रीयकरण के बाद, उन्होंने कोयले की खानों का कारोबार छोड़ दिया और बहुत संघर्ष किया।

वह अपने स्कूल के जीवन में सबसे उज्जवल छात्र तो नहीं थे, यहां तक ​​कि, वह 10 वीं कक्षा में असफल भी हुये है, लेकिन उसके बाद, वे अपनी उच्च माध्यमिक परीक्षाओं में प्रथम आये। स्कूली शिक्षा के बाद, उन्होंने बिहार के एक कॉलेज से कला क्षेत्र में स्नातक किया। शिव खेड़ा द्वारा कहे गए मशहूर वचन है – “विजेता अलग-अलग काम नहीं करते हैं, बल्कि उनके काम करने का तारिका अलग होता हैं”।

प्रारंभिक करियर Early Career

लेखक शिव खेड़ा ने अपने प्रारंभिक करियर जीवन में कई सारी कठिनाइयों का सामना किया। उन्होंने कनाडा में कार धोने के काम के द्वारा अपना कैरियर शुरू किया। उनका काम कारों को ठीक से धोना था।

इस नौकरी के बाद, उन्होंने बीमा कंपनी के रूप में अपनी किस्मत आजमायी, उन्होंने जीवन बीमा कंपनी में काम किया और ग्राहकों को बीमा पॉलिसियां ​​बेची, लेकिन वह इस क्षेत्र में भी सफलता हासिल करने में नाकामयाव हो गये। शिव खेड़ा के जीवन की कहानी कठिनाइयों से भरी हुई है और उन्होंने अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए बहुत संघर्ष किया।

शिव खेरा की किताबें Books by Shiv Khera

खेड़ा ने 1998 में,अपनी पहली पुस्तक यू कैन विन You Can Win (हिंदी में जीत आपकी) प्रकाशित की, जिसमें व्यक्तिगत विकास और सकारात्मक दृष्टिकोण के माध्यम से सफलता प्राप्त करने पर ध्यान केंद्रित करने की बातें बताई गई है और इस किताब में लिखी गई बातों ने लोगों को बहुत आकर्षित किया फिर यह किताब कई भाषाओँ में आई।

बाद की किताबों में शामिल हैं: Live with Honour ‘सम्मान से जियें’ जिसमें उन्होंने,  एक खंडित दुनिया में आदरपूर्वक जीने के बारे में बताया है कि भारतीय समाज में सुधार के लिए कार्रवाई की आवश्यकता है। बेचना सीखो और सफल बनो, Freedom is not Free आज़ादी में जियें;  जैसी उनकी किताबें से हम कह सकते है कि मनुष्य की सकारात्मक सोच और नकारात्मक सोच ही सफलता और असफलता का कारण है।

जब स्वतंत्रता प्रकाशित नहीं हुई थी,  तब एक सेवानिवृत्त भारतीय सिविल सेवक अमृत लाल ने साहित्य चोरी के मामले में खेड़ा पर आरोप लगाया  था, कि उस किताब की सामग्री सीधे 8 साल पहले प्रकाशित उनकी पुस्तक इनफ इज इनफ से आई है । इसके अतिरिक्त उन्होंने पाया कि खेड़ा के अन्य पुस्तकों में कई उपाख्यान चुटकुले और उद्धरण भी उचित स्रोतों को स्वीकार किए बिना इस्तेमाल किए गए थे।

खेड़ा ने इस परेशानी का मुकाबला किया और कहा कि उन्होंने कई स्रोतों से केवल प्रेरणा ली है। लाल ने अंततः एक अकुशल राशि के लिए एक आउट-ऑफ-कोर्ट सेटलमेंट स्वीकार कर लिया,  जिसमें उन्होंने कहा कि वह 25 लाख रूपये मिशनरी ऑफ चैरिटी को दान करेंगे।

शिव खेड़ा की कुछ प्रेरणादायक विचार Shiv Khera Quotes in Hindi

यदि आपके पास कोई डिग्री नहीं है, तो आपके लिये किसी भी काम को करने के सारे रास्ते खुले है और यदि कोई डिग्री है, तो आपको कोई एक ही काम करना आपकी मजबूरी होती है। प्रेरणा हर एक इंसान को कुछ भी करा सकती है, इसीलिए मनुष्य को सीखने के लिये हमेशा तैयार होंना चहिये।

विश्व के विजेता कभी कुछ अलग काम नहीं करते बल्कि उनके कोई भी काम करने के अलग तरीके उन्हें सफलता की ओर ले जाते है। यही सफलता की कुंजी है। आपकी सफलता आपकी सोचने की क्षमता पर आधारित होती है हम कह सकते है आपकी सोच ही आपको हरा सकती है और वह ही आपको जीत का रास्ता दिखा सकती है।

आप जब सफल हो रहे है तब आपको अपने साथ के लोगों के साथ विनम्रता के साथ रहना चाहिए हो सकता है आगे कठिन वक्त में वे आपके काम आये। आपको हमेशा ज्यादा से ज्यादा जिम्मेदारियां उठाने के लिए तत्पर रहना चाहिये जब आप जिम्मेदारियां पूर्ण कर लेंगे तो सफलता आपकी होगी।

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