एनसीसी क्या है? पूरी जानकारी What is NCC in Hindi? Complete Information

एनसीसी क्या है? राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स पूरी जानकारी What is NCC in Hindi? (National Cadet Corps in Hindi) Complete Info , आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे – एनसीसी के महत्व, इतिहास, लक्ष्य, के विषय में बताएँगे।

एनसीसी क्या है? पूरी जानकारी What is NCC in Hindi? Complete Information

एनसीसी क्या है? What is NCC?

एनसीसी यानी कि राष्ट्रीय कैडेट कॉर्प्स। एनसीसी भारत के युवा सैन्य संगठन में से एक है। एनसीसी का गठन युवाओं में सेना के प्रति जागरूकता लाने और उन्हे सैन्य स्तर पर तैयार करने के लिए किया गया था। एनसीसी का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है। एनसीसी का संबंध भारत की तीनों सेनाओं, जल सेना, थल सेना और वायु सेना से है।

एनसीसी में शामिल युवा लड़के और लड़कियों को कड़ी ट्रेनिंग दी जाती है जिससे कि वे आने वाले समय में सेना में शामिल होकर अपवाद न बनें। उनके शरीर को ट्रेनिंग के दौरान तैयार किया जाता है। एनसीसी भारत के लगभग हर स्कूल और विश्वविद्यालय में मौजूद है।

एनसीसी का मुख्य लक्ष्य युवाओं की देशभक्ति की भावना को धारा देना था। एनसीसी का गठन 16 अप्रैल 1948 को किया गया था।

एनसीसी का मुख्य कथन है “एकता और अनुशासन“। यह एनसीसी के मूल्यों को दर्शाता है। एनसीसी में शामिल होने वाले युवाओं को सर्टिफिकेट प्रदान किए जाते हैं जिससे कि वह अपनी गुणवत्ता बता सकें हालांकि वे सेना में शामिल होना चाहते हैं या नहीं ये उनका अपना फैसला होता है। एनसीसी में शामिल होकर वे सेना में शामिल होने के लिए बाध्य नहीं होते।

एनसीसी का इतिहास History of NCC

एनसीसी का गठन भारत की आजादी के एक वर्ष के पश्चात 16 अप्रैल को किया गया था। एनसीसी का गठन भारत में. मौजूद भारतीय रक्षण एक्ट 1917 के अंतर्गत किया गया था।

एनसीसी का गठन उस वक़्त सेना में सैनिकों की भारी कमी के कारण किया गया था। सन 1920 में जब भारतीय सीमा एक्ट पास हुआ तब भारत में विश्विद्यालय के छात्रों को सेना की तरफ आकर्षित करने की मुहिम शुरू की गई।

इस मुहिम के तहत यूनिवर्सिटी कोप्स बनाए गए। बाद में यूनिवर्सिटी कोप्स को और भी ज्यादा आकर्षित करने के लिए, यूटिसी यानी कि यूनिवर्सिटी ट्रेनिंग कोप्स का गठन किया गया। यूटिसी में शामिल छात्र बिल्कुल आम सैनिकों की तरह ड्रेस पहनकर परेड करते थे जिस कारण यह काफी ज्यादा आकर्षक नजर आता था।

एनसीसी के गठन के पहले देश में यूओटीसी हुआ करता था। इसे यूटिसी के ऊपरी स्तर का क्षेत्र माना जाता था। यानी कि जो भी छात्र यूटिसी पार करता उसे यूओटीसी में शामिल किया जाता और यूओटीसी से फिर सीधा सेना में भर्ती की जाती।

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान भारत ने ब्रिटिश को विश्व युद्ध में सहायता देने के लिए हामी भर दी थी और अपने सैन्य बलों को ब्रिटेन के हवाले कर दिया था। जिन सैन्य बलों को द्वितीय विश्व युद्ध में भेजा गया था उसमें यूओटीसी भी शामिल थे।

यूओटीसी ने उस दौरान काफी निराश किया। यह पाया गया कि यह बल अब तक युद्ध स्तर के लिए नहीं बना है। यानी कि इस बल में अभी और ढेरों कमियां हैं जिन पर कार्य करना होगा।

आजादी के पश्चात यूओटिसी और यूटिसी को मिलाकर एनसीसी का गठन किया गया। एनसीसी का मुख्य लक्ष्य सेना में जाने लायक युद्ध स्तर के सैनिक तैयार करना था। साल 1948 में एनसीसी में छात्राओं के लिए भी जगह दी गई ताकि यह वे भी समान अवसर प्राप्त कर सकें, और देश को अपनी सेवाएं दे सकें। उसके बाद उस वक़्त के मौजूदा प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने एनसीसी के विकास में काफी ज्यादा योगदान दिया।

उन्होने एनसीसी के सिलेबस को बदला और उसे काफी आसान बना दिया। एनसीसी के सिलेबस में आत्मरक्षा और युद्ध स्तर की रणनीति शामिल थी। एमसीसी के अंतर्गत कई तरह के अस्त्र चलाने का प्रशिक्षण भी सैनिकों को दिया जाता है। साल 1950 में एनसीसी में वायु सेना को भी जोड़ दिया गया। उसके बाद एनसीसी और भी ज्यादा प्रभावशाली हो गई।

1962 में हुए चाइना के साथ युद्ध के दौरान एनसीसी ने काफी मदद की लेकिन एनसीसी की असली महत्ता भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान नजर आई। एनसीसी ने भारत पाकिस्तान युद्ध के दौरान मुख्य धारा की सेना का कंधे से कंधे मिलाकर साथ दिया। भारत पाकिस्तान के युद्ध के दौरान एनसीसी ने दिए हुए कार्य यानी कि अस्त्रों शस्त्रों को यहां से वहां पहुंचाना, सेना के सैनिकों को सहायता प्रदान करना बखूबी किए।

1965 और 1971 के युद्धों के बाद एनसीसी के सिलेबस को बदल दिया गया। एनसीसी को मुख्य धारा में लाने का भरसक प्रयास किया गया और यह सफल भी हुआ। एनसीसी में मौजूद वक़्त में सेना के स्तर का ही प्रशिक्षण दिया जाता है, यानी कि युद्ध की पूर्ण रूप से तैयारी।

एनसीसी का लक्ष्य Motto Of NCC

एनसीसी का मुख्य लक्ष्य सेना को सहायता प्रदान करना है। इसमें एनसीसी एक हद तक सफल भी हुई है। एनसीसी की टैगलाइन के लिए 11 अगस्त 1978 से चर्चा शुरू की गई थी। एनसीसी को विभिन्न टैगलाइन जैसे “कर्तव्य, एकता और अनुशासन”, “कर्तव्य और एकता”, “एकता और अनुशासन”, जैसे टैगलाइन में से एक टैगलाइन का चुनाव करना था।

बाद में काफी चर्चा के बाद “एकता और अनुशासन” का चुनाव किया गया। एनसीसी का लक्ष्य युवाओं में अनुशासन, चरित्र, भाईचारा जैसे गुण को बढ़ाना था। एनसीसी के जरिए सैन्य बलों में शामिल होना भी एनसीसी का एक फायदा है।

एनसीसी का झंडा Flag Of NCC

एनसीसी के झंडे को 1954 में डिजाइन किया गया था। यह एक तिरंगा झंडा था जिसमें मौजूद तीन रंग क्रमशः, लाल, नीला और आसमानी हैं। इस झंडे के बीच में बड़े अक्षरों में एनसीसी लिखा गया है जिसके किनारे पर पत्तियों का बार्डर बनाया गया है। झंडे में तिरंगे के नीचे एनसीसी की टैगलाइन भी मौजूद है, जिसमें लिखा गया है एकता और अनुशासन।

एनसीसी देश की सेना का एक महत्वपूर्ण अंग है। एनसीसी का भारत में मुख्यालय दिल्ली में है। एनसीसी भारतीय सेना के लिए काफी ज्यादा सहायक है और एनसीसी का निरंतर विकास हो रहा है।

20 thoughts on “एनसीसी क्या है? पूरी जानकारी What is NCC in Hindi? Complete Information”

  1. I am also excited for joining the NCC. But how this possible to join NCC.
    Lekin isme koun sa subject padna chahiye.
    Please please please Sir tell me what we do for joining the NCC

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