भारतीय सभ्यता पर भाषण Indian Culture Speech in Hindi

भारतीय सभ्यता पर भाषण Indian Culture Speech in Hindi

इस बात में कोई संदेह नहीं है की भारतीय संस्कृति इस पृथ्वी पर सबसे अलग और बड़ी है। इसका सबसे बड़ा कारण है भारत में बसे हुए विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों, भाषाओं,और राज्यों के लोग। हर किसी क्षेत्र का अलग रहन-सहन और अपनी नैतिकता है। विभिन्न प्रकार के लोग होने के बावजूद भारत अनेकता में एकता का सबसे बड़ा उदाहरण है।

भारत के लोग ‘वसुदेव कुटुंबकम’ पर विश्वास रखते हैं। यानि की सभी मिल जुलकर रहना। भले ही भाषा और रंग रूप अलग हो परंतु सभी भारतीय हैं। आज इस लेख के माध्यम से हमने भारतीय सभ्यता पर एक भाषण आपके समक्ष प्रस्तुत किया है। आशा करते हैं आपको यह भाषण अच्छा लगेगा। बच्चे चाहें तो अपने स्कूल व कॉलेज के कार्यक्रमों के लिए इस भाषण से मदद ले सकते हैं।

पढ़ें : भारतीय सभ्यता पर निबंध

भारतीय सभ्यता पर भाषण Indian Culture Speech in Hindi

माननीय प्रधानाचार्य महोदय, शिक्षक गण, और मेरे प्रिय सहपाठियों, आप सभी को सुप्रभात/ शुभ संध्या। आप सभी उपस्थित जनों को______________ पब्लिक स्कूल, नई दिल्ली, की ओर से इस_______ पर्व पर हार्दिक शुभकामनाएं।

आज मुझे बहुत गर्व महसूस हो रहा है कि आप सभी महानुभावो के सामने मुझे अपने महान देश भारत के सभ्यता पर भाषण देने का मौका मिला है। सबसे पहले तो मुझे अपने भारतीय होने पर गर्व है और हर भारतीय व्यक्ति को भारतीय होने पर गर्व होना चाहिए।

आज हमारे देश में 29 राज्य हैं। एक ही देश में होने के बावजूद सभी भारतीय राज्यों और क्षेत्रों में विभिन्न धर्म, जाति, भाषा, और रंग रूप के लोग रहते हैं। ऐसा होने पर भी हर राज्य के लोग एक दूसरे के साथ मिल जुल कर रहते हैं।

भारत में किसी भी राज्य का व्यक्ति अन्य किसी राज्य में जाकर आसानी से काम कर सकता है और वहां रह सकता है। परंतु रहना कोई बड़ी बात नहीं बात तो यह है कि जो प्यार के राज्य में उसे मिलता है वैसा ही अन्य राज्य के लोगों से जो उसे मिलता है।

भारतीय सभ्यता कई हजारों साल पुरानी है जो विश्व के हर देश से अलग है। इतिहास के अनुसार भारत ही वह देश है जहां से सभ्यता की शुरुआत। हजारों साल पहले भी हड़प्पा जैसे महान शहर और संस्कृति भारत में थे। सच माने तो भारतीय संस्कृति इतनी रहस्यमई है कि इसे आज ही सही रूप से सुलझाया नहीं जा सका है।

विश्व की सबसे बड़ी पौराणिक कथाएं रामायण और महाभारत के विषय में कौन नहीं जानता है? सही में भारतीय सभ्यता अनंत है। किसी महान भारतीय सभ्यता को देखने के लिए विश्व भर से लोग प्रतिवर्ष भारत पहुंचते हैं। हम लोग इसी भारतीय सभ्यता को समझने के लिए महान कुंभ मेला से लेकर भारत के प्राचीन मंदिरों का दर्शन लेते हैं। क्या आपको नहीं लगता कि ऐसे देश में जन्म लेना हमारे लिए गर्व की बात है?

भारतीय खाना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा होता है। भारत में बनाए जाने वाले लाखों प्रकार के व्यंजन विश्व भर में प्रसिद्ध है क्योंकि यह व्यंजन बहुत ही जायकेदार और बेहतरीन होते हैं। भारतीय खाने में कई प्रकार के मसालों का उपयोग किया जाता है जो बहुत ही चटपटे और स्वादिष्ट होते हैं।

भारतीय सभ्यता सबसे पुरानी सभ्यता है जो मनुष्य के अस्तित्व के समय से मौजूद है। अगर उन वैदिक काल के समय को देखें तो ज्यादातर भारतीय व्यंजन उसी समय से आई हैं जिन्हें बाद में गुप्त साम्राज्य के समय नए तरीके से बनाया गया।

बाद में मध्य एशिया और अफगान के राजाओं ने भारत पर शासन करना शुरू किया जिसके कारण भारत में मुगलई खाना लोग बनाने लगे। भारत में भोजन का नाम क्षेत्र के अनुसार लिया जाता है जैसे हैदराबादी खाना, गुज़रती खाना, पंजाबी खाना, कश्मीरी खाना, राजस्थानी खान, आदि।

भारत में कई जातियों और धर्मों का जन्म हुआ। आज इन धर्मों के लोग पूरे विश्व भर में रह रहे हैं। अगर हम देखें तो हिंदू और बौद्ध धर्म के लोग गिनती के अनुसार विश्व में तीसरे और चौथे नंबर पर आते हैं। कला के क्षेत्र में भी भारत विश्व में सबसे आगे है।

अजंता और एलोरा के साथ-साथ भारत के अन्य कई मंदिरों और गुफाओं में पाए गए हाथ से बनाए हुए चित्र, शिल्पकला और कलाएं विश्व भर में और कहीं नहीं है। भारत में कई सौ ऐसे मंदिर है जो 2000 साल से पुराने हैं और उनमें मौजूद कलाएं अद्भुत हैं। भारत में  सबसे लोकप्रिय शास्त्रीय नृत्य रूप भरतनाट्यम, कथकली, कथक, मणिपुरी, ओडिसी इत्यादि हैं।

भारत के लोगों की मुख्य भाषा हिन्दी है जिसे आज विश्व भर में एक मुख्य भाषा के रूप में जाना जाता है। भारत में मुख्य 17 भाषाएं बोली जाती हैं जिनका अपने राज्य और क्षेत्र के अनुसार अलग ही महत्व और मिठास है। भारतीय भाषाओं में तमिल सबसे पुरानी भाषा है और बंगाली भाषा साहित्य में समृद्ध है।

भारत के सभी राज्यों में एक ही प्रकार त्यौहार मनाये जाते हैं परन्तु सबके मनाने के तरीके अलग-अलग होते हैं। परन्तु सबके मन में एक ही भगवान बसते हैं। हमें अपने सभ्यता और संस्कृति के विषय में पूर्ण जानकारी रखना चाहिए और इसका प्रचार प्रसार पुरे विश्व भर में करना चाहिए।

एक ऐसे महान संस्कृति वाले देश का व्यक्ति होने पर हमें गर्व होना चाहिए। हमें हमेशा अपने देश के उन्नति के लिए कार्य करना चाहिए और अपनी भारतीय संस्कृति और सभ्यता का सम्मान करना चाहिए।

धन्यवाद

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